नई दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारी बनकर ठगी करने वाले दो आरोपितों मुस्तकीम अंसारी और मोहम्मद रिजवान को दिल्ली के दक्षिण-पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है। इनके पास से तीन मोबाइल, दो एटीएम कार्ड, पांच हजार रुपये और 15 लाख रुपये के बैंक खातों की बरामदगी हुई है।
डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि 9 अगस्त,2023 को वंसत कुंज में रहने वाली राजन कौल ने पुलिस को ठगी की शिकायत दी थी। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि गूगल से उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक सेवा अधिकारी का फोन नम्बर खोजा था। उन्हें एक गूगल और वेबसाइट पर दिए गए नम्बर पर फोन किया और अपनी समस्या बताई।
ग्राहक सेवा अधिकारी ने उन्हें रस्ट डेस्क ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा। उन्होंने ऐप डाउनलोड कर लिया। उसके बाद ग्राहक सेवा अधिकारी ने उसके फोन और खाते की जानकारी लेकर उसके बैंक खाते से पांच लाख 45 हजार रुपये निकाल लिये। पुलिस ने उनकी शिकायत पर आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर इंस्पेक्टर पंकज कुमार, हेडकांस्टेबल हरेंद्र और प्रवीण की टीम को जांच सौंपी। पुलिस को प्राथमिक जांच में पुलिस टीम उस खाते की जानकारी मांगी जिसमें पैसे गए थे।
उस खाते का विश्लेषण करने पर पता चला कि एनसीआरपी पर की गई 8 शिकायतों में भी पीड़ितों से जो पैसे ठगे गए थे, वह इस खाते में हैं। कुल रकम 15 लाख रुपये हैं, जो झारखंड के देवघर स्थित एटीएम से निकाले गए। पुलिस टीम देवघर पहुंची और वहां आरोपितों को पकड़ने के लिए ट्रेप लगाया। पुलिस ने तकनीकी निगरानी और संभावित ठिकानों पर छापेमारी के बाद मुस्तकीम अंसारी और मोहम्मद रिजवान अंसारी को गिरफ्तार कर लिया।